अमेरिका छोड़कर डोनाल्ड ट्रंप का सबसे ज्यादा समर्थक अगर किसी देश में है तो वो भारत है लेकिन ट्रंप की नीतियों का सबसे ज्यादा नुकसान अगर देखा जाए तो शायद भारत को ही होने वाला है फिर भी यहां लोग उसके समर्थक हैं, इसकी वजह बस एक है. ‘मीडिया ने इन्हें बताया है कि ट्रंप मुस्लिम विरोधी है’ जबकि हकीकत ये है कि ट्रंप के पिछले कार्यकाल में सबसे अधिक किसी को फायदा पहुँचा है तो वो मुस्लिम देश ही हैं। बाक़ी व्हाट्सप्प तो अब AI वाला हो गया है। वहाँ भी झूठ परोसना अब बंद ही होता दिख रहा है।
अमेरिकी दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- अमेरिका से अवैध प्रवासी भारतीयों की वापसी को तैयार, 18 हजार भारतीयों को निकाला जाएगा; अमेरिकी विदेश मंत्री और NSA से बातचीत की।
उधर सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार ट्रंप का अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के उपरांत राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में दुआ करने हेतु शामिल हुए धर्म गुरुओं में कैथोलिक पादरी, मुस्लिम इमाम, यहूदी रब्बी, प्रोटेस्टेंट पादरी यहां तक सिख फॉर जस्टिस (SFJ) प्रतिनिधि को भी आमंत्रित किया गया था पर कोई हिन्दू पंडित नज़र नहीं आया या बुलाया नहीं गया न ही भारत के प्रधान मंत्री को आमंत्रित किया गया जिसका संदेश साफ है “भारत की विश्व में गिरती छवि“।